top of page

मेरा सबसे प्यारा तोहफा।

Yash Rathod

21st October, 2020

ज़िन्दगी के कोरे पन्नों पर कहानी तूने अपनी लिख दी,
बिखरे हुए ज़ख्मों की सिलाई, अपने हाथों से तूने कर दी,
काले बादलों को हटाकर रोशनी इन हथेलियों पर मल दी,
हर आंसू को अपने छिपाकर, चेहरे पर मेरे खुशियां भर दी।
रात में सपनों की तरह, हर घम में तूने आहट कर दी...
दिल मेरा था टूटा और तूने अपनी आंखें भर दी,
वक़्त मेरा खराब चल रहा था और घड़ी तूने अपनी बदल दी,
रास्ते मेरे खराब थे शायद और राहें तूने अपनी पलट दी।
हर बार जब आंसू निकला इन आंखों से, कमीज़ तूने अपनी गीली कर ली...
खुशियों की जरूरत मुझे थी और उधारी तूने अपने सिर करली,
नफ़रत जब सभी करते थे मुझसे, तूने अपने दिल में पनाह दी,
गलतियां मैं करता रहा और सभी ने मिलकर तुझे सज़ा दी।
शायद मैं वह कुछ ना कर सका जो तू चाहता था मुझसे...
शायद मैं जीत गया तब, जब तू जीतना चाहता था मुझसे...
शायद चुप रहा था मैं, जब तू कुछ सुनना चाहता था मुझसे...
शायद अकेला कहीं चला गया था मैं, जब तू साथ मांग रहा था मुझसे...
सारी गलतियों की माफ़ी आज मांगता हूं तुझसे।
अपने हाथों से सजाकर इस दिल में, दोस्ती की डाली तूने बीमारी है,
कागज की नाव को बिना डरे, तूने इस बहते पानी में उतारी है,
अब तो तूफान भी आ जाए, नाव को कुछ होगा नहीं...
घबरा मत मेरे यार, क्योंकि वो नाव तो तेरी-मेरी यारी है।

bottom of page